भारत की खोज कब हुई और किसने की थी।
आज का यह आर्टिकल आपके लिए बहुत ही ज्ञानवर्धक साबित होने वाला है क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि भारत की खोज कब और किसने की थी अगर आप भी यह जानना चाहते हैं कि भारत की खोज कब हुई और किसने की थी तो हमारी इस आर्टिकल को शुरू से लेकर आखिरी तक ध्यानपूर्वक पढ़ें।
भारत सोने की चिड़िया कहलाने वाला देश क्या आप जानते हैं किसकी खोज की आवश्यकता नहीं थी बल्कि भारत व्यापार की जरूरत सभी को भारत की ओर खींच ले आई और भारत की सभ्यता और संपदा अन्य देशों के लिए आकर्षण का केंद्र भी बन गई लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वास्कोडिगामा को डिस्कवरी ऑफ इंडिया और यूरोप से पूर्वी एशिया तक समुद्र मार्ग खोजने का श्रेय भी प्राप्त हुआ है और इनका जन्म 1460 में पुर्तगाल में हुआ था।
भारत की खोज किसने की?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत की खोज वास्कोडिगामा ने की आपको यह सुनने में बहुत अजीब लग रहा होगा क्योंकि भारत दुनिया के नक्शे में लुप्त है, वास्कोडिगामा ने भारत की कुल 3 यत्रा की थी आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वास्कोडिगामा एक समुद्री यात्री और पुर्तगाली नौ सेना का कमांडर था। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 20 मई 1498 को यूरोप से भारत में मसालों का व्यापार करने हेतु भारत के कालीकट बंदरगाह पर आया था, क्या आप जानते हैं कि वास्को डी गामा का निधन कैसे हुआ अगर नहीं तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मलेरिया से ग्रस्त होने पर 24 दिसंबर 1524 को कोच्चि में वास्कोडिगामा का निधन हुआ।
क्या आप जानते हैं कि यूरोपियों का पहला व्यापार कहां से होता था कि अगर नहीं तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यूरोपियों का पहला व्यापार अरब से होता था लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अब अरब अपने मिर्च मसाले कहां से लाता है यह जानकारी वह यूरोपियों को नहीं देते हैं, ऐसे में भारत यूरोप के लिए एक पहेली जैसा हो गया था और भारत के उत्तर पूर्व में हिमालय की विशाल श्रृंखलाएं दूसरी और तीनों देशों से समुद्री सुरक्षा से गरी हुई है ऐसे में उस जमाने में भारत यात्रा के बहुत ही कम विकल्प थे।
- भारत में आने के लिए पहला रास्ता था यूरोप से कि वह रूस से चीन होते हुए बर्मा से आए जो कि अनुमान से भी लंबा और मुश्किल भरा था।
- दूसरे रास्ते के की अगर हम बात करें तो यह था यूरोप के लिए अरब और ईरान से होते हुए भारत आना लेकिन अब वासी यह रास्ता किसी को नहीं देते थे केवल स्वयं के लिए ही रखते थे क्योंकि अरब अगर ऐसा करता तो उसका कारोबार नष्ट हो जाता।
- तीसरा रास्ता का यूरोप के लिए समुद्री मार्ग और यह रास्ता चुनौतियां तो देता लेकिन किसी देश के एहसान और हस्तक्षेप से ठीक था।
1499 में भारत दुनिया की नजरों में पूर्ण रूप से आ गया, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वास्कोडिगामा ने यूरोप फ्रांस ब्रिटेन के लुटेरों कारोबारियों और राजाओं के लिए भारत आने का सुगम रास्ता बना दिया था, लेकिन सोने की चिड़िया हमारे भारत देश को वह लूट के ले जाते थे तभी से भारत पर कब्जा करने की कोशिश करने लगे जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हमारा भारत देश सदियों तक गुलाम भी रहा था और भारत कभी गरीब देश नहीं था इसको गरीब बनाया गया था।
उम्मीद करते हैं अब आप जान गए होंगे कि भारत की खोज कब और कैसे हुई और भी भारत से जुड़ी हमने आपको कई जानकारियां दी आज के इस पोस्ट के माध्यम से तो अगर आपको हमारा आज का यह आर्टिकल पसंद आया तो इसे आगे भी जरूर शेयर करें और नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट करके हमें जरूर बताएं।
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